Toll Plaza Rule – नेशनल हाइवे पर सफर करना अब और भी आसान होने जा रहा है। अगर आप भी रोजाना हाईवे से सफर करते हैं या अक्सर किसी शहर से दूसरे शहर वाहन से जाते हैं, तो यह खबर आपके लिए राहत लेकर आई है। NHAI यानी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक नया नियम लागू किया है, जो टोल प्लाज़ा की दूरी से जुड़ा है। इस नियम से अब यात्रियों को हर थोड़ी दूरी पर टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा और जेब पर भी हल्का असर पड़ेगा।
क्या है नया नियम?
NHAI ने साफ कर दिया है कि अब दो टोल प्लाज़ा के बीच कम से कम 60 किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए। यानी अब कोई भी नया टोल प्लाज़ा तभी बनाया जाएगा जब पहले वाले से उसकी दूरी कम से कम 60 किलोमीटर हो। यह नियम फिलहाल सिर्फ नए और प्रस्तावित टोल प्लाज़ा पर लागू होगा, लेकिन जिन जगहों पर पहले से टोल बहुत नजदीक-नजदीक बने हुए हैं, वहां समीक्षा के बाद बदलाव किया जा सकता है। सरकार का मकसद साफ है – यात्रियों को बार-बार टोल देने से राहत देना और ट्रैवल को ज्यादा सुविधाजनक बनाना।
किन रूट्स पर पड़ेगा ज्यादा असर?
इस नए नियम का असर देशभर में देखा जाएगा, लेकिन कुछ खास रूट्स हैं जहां टोल की भरमार है और वहां ये बदलाव खास फर्क लाएगा। जैसे दिल्ली से जयपुर जाने वाले रूट पर फिलहाल करीब 4 टोल प्लाज़ा हैं, जो औसतन हर 50 किलोमीटर पर आते हैं। अब यहां 2 टोल हटाए जा सकते हैं। इसी तरह लखनऊ से कानपुर की दूरी पर 2 टोल हैं, जो सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर हैं – यहां एक टोल हटने की संभावना है।
पुणे से मुंबई एक्सप्रेसवे, चंडीगढ़ से मनाली, कोलकाता से दार्जिलिंग और हैदराबाद से विजयवाड़ा जैसे रूट्स पर भी टोल की दूरी को बढ़ाकर कम से कम 60 किलोमीटर किया जाएगा। खास बात यह है कि इन सभी जगहों पर समीक्षा की जाएगी और उसके बाद जरूरी बदलाव लागू किए जाएंगे।
टोल शुल्क में आएगा बदलाव?
NHAI ने यह भी साफ किया है कि अब टोल शुल्क तय करने का तरीका भी बदलेगा। टोल की राशि अब दूरी और सड़क की गुणवत्ता के हिसाब से तय की जाएगी। यानी अगर कोई सड़क बहुत अच्छी क्वालिटी की है तो उस पर थोड़ा प्रीमियम टोल लिया जा सकता है। वहीं अगर सड़क खराब है या सामान्य है तो टोल भी कम होगा। भारी वाहनों के लिए 2 से 3 किलोमीटर की दूरी पर टोल थोड़ा ज्यादा रह सकता है क्योंकि उनका रोड पर असर भी ज्यादा होता है।
किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा?
इस नए नियम का सीधा फायदा उन लोगों को होगा जो रोजाना हाईवे से सफर करते हैं – चाहे नौकरी पर जाने वाले हों, ट्रांसपोर्ट के बिजनेस से जुड़े लोग हों या फिर टूरिज्म इंडस्ट्री के ड्राइवर और गाइड्स। बार-बार टोल देने से छुटकारा मिलेगा, जिससे सफर न सिर्फ सस्ता बल्कि आसान भी होगा। आम लोग जो छोटे शहरों से बड़े शहरों की ओर जाते हैं, उन्हें भी अब हर 30–40 किलोमीटर पर जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी।
क्या पुराने टोल प्लाज़ा हटाए जाएंगे?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या पुराने टोल प्लाज़ा भी हटाए जाएंगे? तो इसका जवाब थोड़ा संतुलित है। NHAI ने कहा है कि ये नियम नए टोल प्लाज़ा पर तुरंत लागू होंगे, लेकिन जहां पहले से टोल बहुत पास-पास बने हुए हैं, वहां स्थिति की समीक्षा की जाएगी। अगर पाया गया कि दूरी बहुत कम है और यात्रियों पर बेवजह बोझ पड़ रहा है तो उन टोल प्लाज़ा को या तो हटाया जाएगा या मर्ज कर दिया जाएगा।
इस फैसले से बदल जाएगा सफर का अनुभव
यह नया नियम हाईवे पर सफर करने के अनुभव को पूरी तरह बदल सकता है। हर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर टोल प्लाज़ा देखकर मन खिन्न हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इससे ना सिर्फ समय बचेगा बल्कि पेट्रोल-डीज़ल की खपत भी कम होगी क्योंकि टोल बूथ पर ब्रेक मारने और फिर स्पीड बढ़ाने में भी ईंधन खर्च होता है।
कुल मिलाकर, NHAI का यह कदम यात्रियों के हित में एक सराहनीय प्रयास है जो हाईवे पर सफर को किफायती, सुविधाजनक और आसान बनाएगा।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है और इसमें बताई गई जानकारियाँ NHAI की हालिया घोषणाओं पर आधारित हैं। किसी भी यात्रा से पहले स्थानीय अथॉरिटी या टोल एजेंसी से संबंधित जानकारी की पुष्टि जरूर करें। लेख का उद्देश्य पाठकों को सूचना देना है, कानूनी सलाह नहीं।