Seniors Citizen Ticket Concession – अगर आप या आपके घर में कोई बुजुर्ग रेल यात्रा करते हैं, तो रेलवे की नई छूट नीति आपके लिए जानना बेहद जरूरी है। पहले जैसे ही कोई व्यक्ति 60 साल का होता था, उसे रेल टिकट पर छूट मिलती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे ने जनवरी 2023 से अपनी नीति में बदलाव किया है। अब छूट हर किसी को नहीं, बल्कि सिर्फ कुछ चुनिंदा और ज़रूरतमंद लोगों को ही दी जाएगी।
अब क्या कहती है रेलवे की नई छूट नीति?
भारतीय रेलवे ने टिकट सब्सिडी में कटौती करते हुए नई पॉलिसी लागू की है। इसका मकसद है खर्चों को कंट्रोल में लाना और सिर्फ उन लोगों तक राहत पहुंचाना, जिन्हें इसकी वाकई जरूरत है। यानी अब सिर्फ “सीनियर सिटीजन” कहना काफी नहीं होगा, कुछ तय शर्तों को पूरा करना होगा तभी छूट मिलेगी।
किन लोगों को अब भी मिलेगी छूट?
नई नीति के तहत अब छूट कुछ खास ग्रुप्स को ही मिलेगी:
- वरिष्ठ महिलाएं (58 साल या उससे ज्यादा उम्र): स्लीपर क्लास में 50% की छूट मिलेगी।
- वरिष्ठ पुरुष (60 साल से ऊपर): स्लीपर क्लास में 40% और AC क्लास में 30% तक की छूट तय की गई है।
- गंभीर बीमारी वाले यात्री: उन्हें स्लीपर में 75% और AC क्लास में 50% की छूट मिलेगी। इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट देना होगा।
- विकलांग यात्री (किसी भी उम्र के): इन लोगों को सभी क्लास में 100% छूट का फायदा मिलेगा।
रेलवे ने ऐसा क्यों किया?
इसका सीधा सा जवाब है – बढ़ते खर्च। कोविड के बाद रेलवे की कमाई पर गहरा असर पड़ा है। टिकट की कीमतें बढ़ाना हर बार मुमकिन नहीं होता, इसलिए रेलवे ने सोचा कि राहत सिर्फ ज़रूरतमंदों को दी जाए। इससे बचे पैसे से स्टेशन सुधार, सुरक्षा और सफाई पर फोकस किया जाएगा। साथ ही जो लोग बिना असली ज़रूरत के छूट का लाभ उठा रहे थे, उन्हें बाहर किया जा सके।
छूट पाने के लिए क्या शर्तें हैं?
अगर कोई व्यक्ति इस छूट का फायदा लेना चाहता है तो उसे कुछ दस्तावेज़ देने होंगे:
- आयु प्रमाण के लिए आधार कार्ड या पेंशन पासबुक
- बीमारी या विकलांगता के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट
- कुछ मामलों में बीपीएल कार्ड या इनकम सर्टिफिकेट भी मांगा जा सकता है
आवेदन कैसे करें?
छूट लेने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प हैं। आप IRCTC वेबसाइट पर टिकट बुक करते वक्त सीनियर सिटीजन ऑप्शन चुन सकते हैं, और संबंधित दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं। ऑफलाइन बुकिंग करते समय रिजर्वेशन काउंटर पर डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे। बेहतर होगा कि यात्रा से दो दिन पहले ही ये सब प्रक्रिया पूरी कर लें ताकि कोई परेशानी न हो।
ध्यान देने वाली जरूरी बातें
- अगर कोई गलत जानकारी देता है या फर्जी दस्तावेज़ लगाता है, तो उसका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
- सभी जानकारी साफ-साफ और सही तरीके से दें।
- किसी दिक्कत पर रेलवे हेल्पलाइन 139 पर संपर्क किया जा सकता है।
- छूट सिर्फ उन्हीं को मिलेगी जो निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं।
इस बदलाव से फायदे और नुकसान
फायदे:
- ज़रूरतमंद लोगों को राहत मिलेगी।
- रेलवे की सेवाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होंगे।
- सब्सिडी का दुरुपयोग रुकेगा।
नुकसान:
- बहुत से ऐसे बुजुर्ग जो थोड़ी बहुत कमाई कर लेते हैं, अब इस सुविधा से बाहर हो जाएंगे।
- आवेदन प्रक्रिया थोड़ी तकनीकी हो सकती है, खासकर ग्रामीण और अनपढ़ लोगों के लिए।
- सभी को समान रूप से छूट न मिलने से असंतोष बढ़ सकता है।
अब आपको क्या करना चाहिए?
अगर आपके माता-पिता या कोई बुजुर्ग रेल यात्रा करने वाले हैं, तो उन्हें यह बदलाव ज़रूर बताएं। उन्हें IRCTC वेबसाइट या रिजर्वेशन काउंटर पर सही जानकारी दें और यह सुनिश्चित करें कि उनके डॉक्यूमेंट सही हैं। अगर वह किसी बीमारी या विकलांगता से जूझ रहे हैं, तो उसका प्रमाण पत्र ज़रूर रखें।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। रेलवे समय-समय पर अपनी नीतियों में बदलाव कर सकता है। यात्रा या छूट संबंधी कोई भी कदम उठाने से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी रेलवे स्टेशन से सही जानकारी जरूर लें।