RBI New Guidelines – अगर आप हर महीने अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा EMI भरने में खर्च कर देते हैं, तो आपके लिए एक राहत भरी खबर आई है। भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने EMI से जुड़ी नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जो खासतौर से उन लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं, जो आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। अब EMI भरना पहले जितना टेंशन वाला काम नहीं रहेगा, क्योंकि नियमों में जो बदलाव हुए हैं, वो आम जनता के लिए काफी फायदेमंद हैं।
2025 की RBI गाइडलाइंस – EMI वालों के लिए बड़ी राहत
2025 में RBI ने अपने कुछ पुराने नियमों को बदला है और नए नियम बनाए हैं ताकि कर्जदारों को थोड़ी राहत मिल सके। कोविड के बाद से देशभर में कई लोगों की आमदनी कम हुई है या नौकरी चली गई है। ऐसे में EMI जैसे फिक्स खर्चे लोगों के लिए बोझ बन गए थे। अब RBI ने इसी को देखते हुए EMI सिस्टम में लचीलापन लाने का फैसला किया है ताकि मिडिल क्लास और लोअर इनकम ग्रुप को आर्थिक राहत मिल सके।
EMI छूट से जुड़ा नया नियम क्या है?
अब अगर आप किसी कारण EMI समय पर नहीं भर पाते, लेकिन आपने बैंक को पहले ही इसकी जानकारी दे दी है, तो आपसे किसी तरह का पेनल्टी चार्ज यानी दंडात्मक ब्याज नहीं लिया जाएगा। इसके अलावा अब आप अपनी EMI को अपनी मौजूदा इनकम के अनुसार दोबारा प्लान कर सकते हैं। यानी अगर आपकी कमाई कम हो गई है, तो आप बैंक से EMI को कम करने की रिक्वेस्ट कर सकते हैं। कुछ खास मामलों में बैंक आपको 1 से 3 महीने का एक्स्ट्रा समय भी देगा यानी EMI भरने के लिए ग्रेस पीरियड मिलेगा। इतना ही नहीं, बैंक अब खुद भी आपको समय-समय पर EMI दरों की जानकारी देगा और कहेगा कि आप चाहें तो अपनी EMI अपडेट करवा सकते हैं।
किसे मिलेगा इस सुविधा का फायदा?
इस नई पॉलिसी का फायदा सबसे ज्यादा उन लोगों को मिलेगा जिनकी आमदनी तय नहीं होती या जिनकी सैलरी में उतार-चढ़ाव होता रहता है। जैसे सैलरी पाने वाले लोग जिनकी नौकरी चली गई है, या जिनकी इनकम में कटौती हुई है। इसके अलावा छोटे व्यापारी, ऑटो ड्राइवर, फ्रीलांसर, दुकानदार और वो लोग जो सीज़नल इनकम पर निर्भर हैं, वो भी इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं।
कौन-कौन से लोन कवर होंगे?
RBI के नए EMI नियम इन लोन पर लागू होंगे – होम लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन, व्हीकल लोन और कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन यानी जो लोन आप टीवी, फ्रिज या मोबाइल खरीदने के लिए लेते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड पर जो पेमेंट्स होते हैं, वो भी कुछ शर्तों के साथ इसमें शामिल होंगे।
बैंकों को RBI ने क्या कहा है?
RBI ने सभी बैंकों और NBFCs को निर्देश दिए हैं कि वो अपने ग्राहकों को EMI राहत की पूरी जानकारी दें। बैंक को ये भी कहा गया है कि वो हर ग्राहक की जरूरत को समझकर EMI प्लान कस्टमाइज करें और उन्हें ऑनलाइन EMI बदलाव की सुविधा भी दें ताकि ग्राहकों को बार-बार बैंक के चक्कर न लगाने पड़ें। साथ ही ग्राहकों को SMS और ईमेल के जरिए समय-समय पर अलर्ट भी दिया जाए।
कैसे करें EMI में छूट के लिए आवेदन?
अगर आप EMI छूट या रीस्ट्रक्चरिंग चाहते हैं, तो अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करें। वहां “EMI Relief” या “Restructuring” सेक्शन मिलेगा। उसमें आपको अपनी इनकम से जुड़े डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे जैसे सैलरी स्लिप, बेरोजगारी का सर्टिफिकेट या फिर कोई और आय प्रमाण। इसके बाद फॉर्म सबमिट करें और फिर बैंक अधिकारी आपके केस की जांच करेंगे और आपको नया EMI प्लान मिलेगा।
क्या CIBIL स्कोर पर होगा असर?
इस बात की बहुत चर्चा होती है कि अगर EMI में छूट ली जाए तो CIBIL स्कोर पर क्या असर होगा। RBI ने साफ कहा है कि अगर आपने बैंक को पहले से सूचित करके नियमों के अनुसार EMI में बदलाव करवाया है, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा। लेकिन अगर आपने बिना जानकारी दिए EMI नहीं भरी, तो उसका नेगेटिव असर जरूर पड़ेगा।
डिजिटल लोन और BNPL भी शामिल
2025 की नई गाइडलाइंस में RBI ने डिजिटल प्लेटफॉर्म से लिए गए लोन और Buy Now Pay Later (BNPL) सर्विस को भी शामिल किया है। यानी अगर आपने ZestMoney, LazyPay या ऐसे किसी और ऐप से उधार लिया है, तो अब वहां भी EMI से जुड़ी राहत की सुविधा मिलेगी। इससे डिजिटल कर्ज लेने वालों को भी फायदा होगा और ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी।
नया नियम क्यों जरूरी था?
आजकल लोग हर चीज EMI पर खरीदते हैं – चाहे वो मोबाइल हो, बाइक हो, या घर। ऐसे में जब अचानक नौकरी चली जाती है या इनकम घटती है, तो EMI भरना बहुत मुश्किल हो जाता है। RBI का ये कदम लोगों को थोड़ा सुकून देगा और उन्हें समय पर कर्ज चुकाने में मदद करेगा।
क्या ये नियम हमेशा के लिए है?
अभी के लिए RBI ने इसे लॉन्ग टर्म पॉलिसी के रूप में लागू किया है। लेकिन हर साल इसकी समीक्षा होगी। अगर हालात अच्छे रहते हैं, तो इसमें आगे बदलाव भी हो सकता है।
RBI की नई EMI राहत गाइडलाइंस 2025 उन लोगों के लिए बड़ी राहत है जो हर महीने किश्तों के बोझ तले दबे होते हैं। इससे लोगों को सिर्फ आर्थिक सहूलियत नहीं मिलेगी, बल्कि मानसिक तनाव भी कम होगा। अगर आप भी EMI भर रहे हैं और परेशानी में हैं, तो बैंक से संपर्क करें और इस नई सुविधा का लाभ जरूर उठाएं।
Disclaimer
यह लेख सिर्फ सूचना देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी सरकारी और बैंकिंग नीतियों पर आधारित है, जो समय के साथ बदल सकती है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले संबंधित बैंक या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।