IMD Rainfall Alert – देशभर में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। जहां एक ओर लोग चिलचिलाती गर्मी से बेहाल हैं, वहीं कुछ राज्यों में अब झमाझम बारिश से राहत मिलती दिख रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की नई रिपोर्ट ने मौसम को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है। इसके मुताबिक देश के 8 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही कई इलाकों में तेज हवाएं चलने और लू पड़ने की चेतावनी भी दी गई है। चलिए जानते हैं किस राज्य में कैसा रहेगा मौसम का हाल।
क्या कहती है IMD की रिपोर्ट?
IMD के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में आने वाले दिनों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। इसके उलट उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप और तेज लू की स्थिति बनी रहेगी। खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में लू चलने की संभावना जताई गई है।
बीते 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटों में पूर्वोत्तर राज्यों जैसे त्रिपुरा, असम, अरुणाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अच्छी बारिश देखने को मिली। वहीं उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज आंधी और 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके अलावा, बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल और आंध्र प्रदेश में भी मौसम ने करवट ली और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई।
पूर्वोत्तर भारत में झमाझम बारिश के आसार
पूर्वोत्तर भारत में अगले 7 दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। खासकर असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 9 से 12 जून तक तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पूर्वी और मध्य भारत में भी दिखेगा असर
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में पूरे सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। इन इलाकों में गरज और बिजली चमकने के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। 7 जून को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 7 से 10 जून तक और बिहार, झारखंड में 10 से 12 जून तक गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी का कहर
पश्चिमी राजस्थान में 8 से 10 जून के बीच लू चलने और धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किमी/घंटा तक हो सकती है। दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 11 और 12 जून को बारिश हो सकती है, जिससे इन इलाकों में कुछ राहत मिल सकती है।
दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम?
दक्षिण भारत में भी मौसम कुछ बदलाव के संकेत दे रहा है। केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में अगले दो दिनों तक हल्की बारिश की संभावना है। 7 से 10 जून के बीच तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा और कर्नाटक के कुछ क्षेत्रों में गरज और बिजली के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि भारी बारिश की उम्मीद नहीं है, लेकिन हल्की बूंदाबांदी से मौसम थोड़ा राहत भरा हो सकता है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
IMD के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, लेकिन उसके बाद इसमें कुछ गिरावट आ सकती है। मध्य भारत में तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, पूर्वी भारत में दो दिन तक पारा चढ़ेगा, लेकिन फिर स्थिर रहने की उम्मीद है।
लू और उमस का डबल अटैक
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पश्चिमी राजस्थान में 8 से 10 जून तक लू चल सकती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में 9 और 10 जून को अत्यधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में अगले 2–3 दिनों तक उमस भरा और गर्म मौसम रहने वाला है।
क्या करें, क्या न करें – सावधानी जरूरी
IMD ने लोगों को सलाह दी है कि जहां तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी है, वहां अनावश्यक यात्रा से बचें। बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए खुले में खड़े न हों और सुरक्षित जगह पर रहें। गर्मी और लू से बचने के लिए दिन के समय बाहर निकलते समय सिर ढंकें, ढीले-हल्के कपड़े पहनें और खूब पानी पिएं।
मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल रहा है। देश के कई इलाकों में तेज बारिश और हवाएं तो कुछ हिस्सों में गर्मी और लू का कहर देखने को मिलेगा। ऐसे में जरूरी है कि मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और सावधानी बरतें ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी मौसम विभाग (IMD) की आधिकारिक रिपोर्ट और पूर्वानुमानों पर आधारित है। मौसम की स्थिति समय और स्थान के अनुसार बदल सकती है। कृपया यात्रा या किसी अन्य निर्णय से पहले स्थानीय मौसम अपडेट जरूर जांचें।