Home loan Tips – हर इंसान का सपना होता है कि उसका खुद का एक घर हो, जहां वो अपने परिवार के साथ सुकून की जिंदगी बिता सके। लेकिन बढ़ती महंगाई और प्रॉपर्टी के आसमान छूते दामों के चलते हर किसी के लिए कैश में घर खरीदना मुमकिन नहीं होता। ऐसे में होम लोन एक बड़ा सहारा बन जाता है। आजकल होम लोन लेना आसान तो हो गया है, लेकिन पहली बार लेने वालों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वरना जिंदगी भर किस्तों और ब्याज की मार झेलनी पड़ सकती है।
1. सिबिल स्कोर की अहमियत समझो
होम लोन लेने से पहले सबसे पहली और जरूरी चीज होती है – आपका सिबिल स्कोर। बैंक या कोई भी लोन देने वाला संस्थान सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर ही चेक करता है। इससे उन्हें ये पता चलता है कि आप पहले कितने जिम्मेदार उधारकर्ता रहे हैं। आमतौर पर 750 या उससे ज्यादा सिबिल स्कोर होने पर आपको आसानी से होम लोन मिल जाता है और वो भी बेहतर ब्याज दरों पर।
अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से कम है तो लोन मिलने में दिक्कत आ सकती है या फिर ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है। इसलिए होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपने सिबिल स्कोर को जरूर जांच लें। अगर स्कोर कम है तो पहले उसे सुधारें और फिर ही लोन के लिए आवेदन करें।
2. अपनी कमाई और खर्च का सही हिसाब लगाएं
होम लोन लेते वक्त एक बड़ी गलती जो कई लोग करते हैं, वो है अपनी फाइनेंशियल कैपेसिटी को नजरअंदाज करना। कई लोग सिर्फ प्रॉपर्टी देखकर या ऑफर्स देखकर लोन ले लेते हैं लेकिन बाद में किस्त चुकाने में परेशानी होने लगती है। ध्यान रखें कि आपकी EMI आपकी मासिक आय का 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा बोझ उठाना आपकी वित्तीय सेहत को बिगाड़ सकता है।
सिर्फ लोन की EMI ही नहीं, प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन, टैक्स, स्टांप ड्यूटी, इंश्योरेंस जैसी एक्स्ट्रा लागतें भी होती हैं, जिनका पहले से अंदाजा लगाना जरूरी है। तभी आप बेहतर बजट बना पाएंगे और बाद में कोई परेशानी नहीं होगी।
3. डाउन पेमेंट के लिए पहले से प्लान बनाएं
जब भी आप होम लोन लेते हैं, तो बैंक आपसे प्रॉपर्टी के कुल दाम का कुछ प्रतिशत डाउन पेमेंट के रूप में मांगता है। ये आमतौर पर 10 से 20 प्रतिशत तक होता है। मान लीजिए कोई घर 50 लाख का है तो आपको कम से कम 5-10 लाख रुपये तक डाउन पेमेंट के लिए तैयार रहना होगा।
डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, आपका लोन अमाउंट उतना ही कम होगा और इससे आपकी EMI और कुल ब्याज भी कम पड़ेगा। इसलिए होम लोन लेने से पहले कोशिश करें कि एक अच्छी-खासी डाउन पेमेंट जमा कर लें। इससे न सिर्फ आपकी लोन प्रक्रिया आसान होगी बल्कि लोन की शर्तें भी आपके फेवर में होंगी।
4. अलग-अलग बैंकों की स्कीम्स को अच्छे से परखें
होम लोन लेने से पहले कभी भी एक ही बैंक पर भरोसा न करें। आज के समय में कई बैंक और NBFCs होम लोन की सुविधा देते हैं और सभी की ब्याज दरें, प्रोसेसिंग फीस, लोन अवधि और बाकी शर्तें अलग-अलग होती हैं। ऐसे में सभी विकल्पों को अच्छे से समझना और तुलना करना बहुत जरूरी होता है।
ब्याज दरों के अलावा प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट चार्ज, फोरक्लोजर चार्ज जैसे कई फैक्टर होते हैं जो लोन की असली लागत तय करते हैं। इसलिए लोन लेने से पहले सभी बातों को तुलनात्मक रूप से देखें और फिर सबसे बेहतर ऑफर चुनें। सही बैंक चुनना आपकी जेब पर सीधा असर डाल सकता है।
5. लोन से जुड़ी शर्तें ध्यान से पढ़ें
होम लोन लेते वक्त अक्सर लोग बैंक के ऑफर्स और विज्ञापन देखकर ही फैसला ले लेते हैं। लेकिन जरूरी ये है कि आप बैंक की तरफ से दी गई सारी टर्म्स एंड कंडीशन्स को ध्यान से पढ़ें। कई बार कम ब्याज दरों का झांसा देकर बाद में कई छिपे हुए चार्जेस लगा दिए जाते हैं, जिससे कुल खर्च बढ़ जाता है।
इसलिए जरूरी है कि आप लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें, जिसमें प्रीपेमेंट चार्ज, लेट पेमेंट पेनल्टी, ब्याज दरों में बदलाव की शर्तें और अन्य सभी जरूरी बातें लिखी होती हैं। एक बार समझदारी से लोन लिया गया तो बाद में कोई परेशानी नहीं आएगी।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। होम लोन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या बैंक प्रतिनिधि से व्यक्तिगत सलाह जरूर लें। लोन से जुड़ी शर्तें समय-समय पर बदलती रहती हैं, इसलिए किसी भी फॉर्मल प्रक्रिया से पहले आधिकारिक स्रोत से जानकारी की पुष्टि करना जरूरी है।