Home Loan Pre-payment – आजकल ज़्यादातर लोग अपने सपनों का घर खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं। लोन मिलने के बाद धीरे-धीरे ईएमआई देकर उसे चुकाने की जिम्मेदारी भी आती है। लेकिन कई बार जब हमारे पास थोड़े ज्यादा पैसे होते हैं तो मन में सवाल आता है – क्या लोन को समय से पहले चुका देना सही रहेगा? इस प्रक्रिया को होम लोन प्री-पेमेंट कहते हैं, यानी आप अपनी तय EMI के अलावा कुछ एक्स्ट्रा अमाउंट देकर लोन को जल्दी खत्म करना चाहते हैं। अब सवाल ये है कि क्या ये सही है या नहीं? चलिए, आसान भाषा में समझते हैं।
पैसों की ज़रूरतों का पहले आकलन करें
अगर आप होम लोन जल्दी चुकाना चाहते हैं तो सबसे पहले ये देखिए कि आपकी बाकी ज़रूरतें पूरी हो रही हैं या नहीं। शादी-ब्याह, बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल इमरजेंसी या फिर घर की मरम्मत जैसे खर्चों के लिए क्या आपने अलग से फंड रखा है? कई बार लोग अपनी सारी बचत लोन चुकाने में लगा देते हैं और बाद में जरूरी समय पर उधार लेने की नौबत आ जाती है। इसलिए जरूरी है कि आपके पास 6 महीने का खर्च इमरजेंसी के लिए जरूर जमा हो, तभी प्री-पेमेंट पर विचार करें।
निवेश से बेहतर फायदा हो सकता है
हो सकता है कि आप जो रकम लोन चुकाने में लगाने की सोच रहे हैं, उससे अगर सही जगह निवेश करें तो उससे ज़्यादा फायदा हो। उदाहरण के तौर पर, अगर आपके होम लोन की ब्याज दर 8-9% है लेकिन आप म्यूचुअल फंड या SIP में 12-15% का रिटर्न कमा सकते हैं, तो प्री-पेमेंट से बेहतर वो पैसे निवेश करना हो सकता है। निवेश में थोड़ा जोखिम जरूर होता है, लेकिन अगर आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग पक्की है तो ये ऑप्शन अच्छा हो सकता है।
लोन के किस स्टेज पर हैं, ये भी मायने रखता है
होम लोन लेने के शुरुआती कुछ सालों में आपकी EMI का ज़्यादातर हिस्सा ब्याज में जाता है और मूलधन कम कटता है। ऐसे में अगर आप पहले 5-7 सालों में प्री-पेमेंट करते हैं तो आपको ब्याज में काफी बचत हो सकती है। लेकिन अगर लोन के अंत की ओर हैं, तो उस समय EMI का ज्यादा हिस्सा मूलधन में कटता है और ब्याज कम बचता है। तब प्री-पेमेंट करने का बहुत फायदा नहीं होता। इसलिए यह भी सोचें कि आप लोन के किस पॉइंट पर खड़े हैं।
अगर आपके पास और भी लोन हैं तो सोच-समझकर फैसला लें
हो सकता है कि आपके पास सिर्फ होम लोन नहीं, बल्कि पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड का कर्ज भी हो। ऐसे में पहले यह देखें कि किस लोन पर सबसे ज़्यादा ब्याज लग रहा है। अक्सर पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड पर ब्याज की दर बहुत ज्यादा होती है (12-36% तक)। ऐसे लोन को पहले चुकाना ज़्यादा समझदारी भरा फैसला होगा बजाय इसके कि आप होम लोन पर फोकस करें, जिसकी ब्याज दर अपेक्षाकृत कम होती है।
टैक्स में मिलने वाला फायदा न भूलें
होम लोन पर टैक्स छूट भी एक बड़ा फायदा है। आप सालाना ₹1.5 लाख तक की कटौती धारा 80C के तहत और ₹2 लाख तक ब्याज पर छूट धारा 24B के तहत पा सकते हैं। अगर आप लोन जल्दी चुकाते हैं तो यह टैक्स छूट बंद हो जाती है। इस बात को भी ध्यान में रखना जरूरी है क्योंकि कई बार टैक्स में मिलने वाली ये राहत, ब्याज बचत से भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है।
प्री-पेमेंट से पहले बैंक की शर्तें जरूर जान लें
प्री-पेमेंट करने से पहले बैंक की शर्तें अच्छे से पढ़ लें। फ्लोटिंग रेट लोन पर ज़्यादातर बैंकों में कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगता, लेकिन फिक्स्ड रेट लोन पर 2-4% तक प्री-पेमेंट चार्ज लग सकता है। इसलिए अपने लोन के टर्म्स को पढ़ें और बैंक से कन्फर्म करें कि आपको कोई अतिरिक्त शुल्क देना तो नहीं पड़ेगा।
नतीजा क्या निकला?
समय से पहले होम लोन चुकाना एक अच्छी बात हो सकती है, लेकिन इसे जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए। सबसे पहले अपने सभी जरूरी खर्चों, आपातकालीन फंड, निवेश के विकल्प, टैक्स छूट और बैंक की शर्तों पर ध्यान दें। अगर सबकुछ संतुलित है और आपको फायदा दिख रहा है तो प्री-पेमेंट जरूर करें, वरना हो सकता है यह कदम आगे चलकर आपकी फाइनेंशियल सेहत बिगाड़ दे।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी आपकी वित्तीय स्थिति पर आधारित नहीं है। किसी भी तरह का बड़ा आर्थिक फैसला लेने से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से व्यक्तिगत सलाह जरूर लें। आपकी वित्तीय जरूरतें और प्राथमिकताएं अलग हो सकती हैं।