School Holiday Extended – उत्तर प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी अब बच्चों की पढ़ाई पर भी असर डाल रही है। जून की तपती दोपहर और लू चलती हवाओं के बीच अब शिक्षक संगठनों ने सरकार से गुहार लगाई है कि स्कूल की छुट्टियों को 30 जून तक बढ़ाया जाए। असल में 16 जून से स्कूल दोबारा खुलने वाले हैं, लेकिन हालात ऐसे नहीं हैं कि बच्चों को इस गर्मी में स्कूल भेजा जा सके।
शिक्षक संगठनों की सरकार से अपील
प्रदेश में काम कर रहे कई शिक्षक संगठनों ने सरकार के सामने साफ तौर पर कहा है कि मौजूदा मौसम में स्कूल खोलना बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनय तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की और स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने की मांग रखी।
उन्होंने न सिर्फ गर्मी की छुट्टियों का मुद्दा उठाया बल्कि लंबित पदोन्नति, चयन वेतनमान और ट्रांसफर प्रक्रिया जैसी अन्य समस्याओं पर भी बात की। प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान बताया कि इस समय जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है, तो छोटे बच्चों का स्कूल आना उनके लिए खतरे से खाली नहीं होगा।
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बेसिक शिक्षा निदेशक को सौंपा गया ज्ञापन
बात यहीं खत्म नहीं हुई, शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल से भी मुलाकात कर उन्हे भी अपनी मांगों से अवगत कराया। इस मुलाकात में संघ के महामंत्री उमाशंकर सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह और डॉ. अमित कुमार जैसे कई प्रमुख सदस्य मौजूद रहे। सभी ने एक ही स्वर में कहा कि जब तक गर्मी का प्रकोप कम नहीं होता, तब तक स्कूलों को बंद ही रखा जाए।
मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जताई चिंता
प्रदेश भर के शिक्षक सिर्फ मुलाकात कर ही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी सीधे पत्र भेजकर अपनी बात रखी। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में लिखा कि इस समय राज्य में इतनी तेज गर्मी पड़ रही है कि इससे बच्चों की सेहत को खतरा हो सकता है।
उनका कहना था कि यदि स्कूल 16 जून से खुलते हैं, तो न केवल बच्चे बीमार पड़ सकते हैं, बल्कि पैरेंट्स भी परेशान होंगे। उन्होंने मांग की कि गर्मी की छुट्टियां कम से कम 30 जून तक बढ़ा दी जाएं ताकि मौसम थोड़ा सामान्य हो सके।
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विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संगठन की सीधी मांग
इसी मुद्दे पर विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी और प्रदेश सचिव दिलीप चौहान ने भी सरकार से आग्रह किया है कि परिषदीय विद्यालयों को 30 जून तक बंद रखा जाए। उनका तर्क था कि बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के दौरान उन्हें अत्यधिक गर्मी झेलनी पड़ेगी, जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलकर रखी बात
शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय ने इस मुद्दे को और मजबूती से उठाया और बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार और बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी से मिलकर बात रखी। उन्होंने दोहराया कि बच्चों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए और स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाना ही एकमात्र समझदारी भरा कदम होगा।
सरकार के फैसले का इंतजार, शिक्षक संगठनों का दबाव जारी
अब स्थिति यह है कि शिक्षक संगठनों की तरफ से लगातार ज्ञापन, पत्र और मुलाकातों के माध्यम से सरकार पर दबाव डाला जा रहा है। हर तरफ से यही मांग उठ रही है कि जब तक तापमान में गिरावट नहीं आती, तब तक बच्चों को स्कूल न भेजा जाए।
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अब सभी की नजरें राज्य सरकार पर टिकी हैं कि वह इस गंभीर मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है। बच्चों की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन शैक्षणिक सत्र की समयसीमा भी सरकार के सामने एक चुनौती बनी हुई है।
Disclaimer
यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स और शिक्षक संगठनों द्वारा उठाई गई मांगों पर आधारित है। स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने या न बढ़ाने का अंतिम निर्णय संबंधित राज्य सरकार और शिक्षा विभाग के पास सुरक्षित है। कृपया कोई भी निर्णय लेने से पहले आधिकारिक अधिसूचना का इंतजार करें।