NEET UG Result – NEET UG 2024 के नतीजों का इंतज़ार कर रहे लाखों छात्रों के लिए एक अहम अपडेट सामने आया है। मध्यप्रदेश के कुछ परीक्षा केंद्रों पर 4 मई को परीक्षा के दौरान आई तकनीकी दिक्कतों को लेकर हाईकोर्ट में मामला चल रहा है। इंदौर और उज्जैन के करीब 24 परीक्षा केंद्रों पर बारिश के चलते बिजली चली गई थी, जिससे परीक्षार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। कुछ छात्रों का कहना है कि इस अव्यवस्था के कारण उनका पेपर प्रभावित हुआ है। इसको लेकर छात्रों की तरफ से याचिका दायर की गई थी, जिस पर 5 जून को इंदौर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान कोर्ट में क्या हुआ?
5 जून को हुई सुनवाई में एक अहम मुद्दा उठा कि जब सिंगल बेंच किसी फैसले पर पहुंचेगी तो उस पर फिर से रिट अपील की संभावना रहेगी। ऐसे में बेहतर यही होगा कि शुरुआत से ही डबल बेंच इस मामले को सुने और अंतिम फैसला दे। इसी वजह से कोर्ट में यह भी मांग उठी कि अगली सुनवाई 9 जून को रखी जाए, लेकिन छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए 5 जून को ही बेंच तय कर दी जाए ताकि जल्द से जल्द निर्णय लिया जा सके।
सरकार की तरफ से क्या कहा गया?
सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से निवेदन किया कि NEET UG का रिजल्ट तय तारीख यानी 14 जून को जारी करने की अनुमति दी जाए। उनका कहना था कि जिन 18 परीक्षा केंद्रों की बात हो रही है, वहां करीब 8790 परीक्षार्थी बैठे थे, लेकिन केवल 75 छात्र ही ऐसे हैं जिन्होंने शिकायत की है। सिर्फ इन 75 छात्रों के कारण बाकी हजारों छात्रों का रिजल्ट रोकना न्यायसंगत नहीं होगा। उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर जांच करवाई है, जिसकी रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बिजली जाने का परीक्षार्थियों की परफॉर्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ा है।
छात्रों की तरफ से क्या दलील दी गई?
दूसरी तरफ छात्रों की ओर से कोर्ट से मांग की गई है कि संबंधित परीक्षा केंद्रों की CCTV फुटेज हाईकोर्ट में पेश की जाए ताकि वहां की अव्यवस्था की सच्चाई सामने आ सके। साथ ही जब तक इस याचिका पर पूरी तरह से सुनवाई नहीं हो जाती, तब तक 14 जून को रिजल्ट जारी न किया जाए। छात्रों का कहना है कि परीक्षा के दौरान अगर बिजली चली जाती है तो पेपर हल करने में दिक्कत आती है और मेरिट की रेस में हर एक अंक बहुत मायने रखता है।
कमेटी की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
NTA द्वारा गठित कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली गुल होने के बावजूद परीक्षा पर किसी प्रकार का बड़ा असर नहीं पड़ा है। कमेटी ने यह भी बताया कि जिन छात्रों ने प्रभावित केंद्रों पर परीक्षा दी और जिन्होंने सामान्य केंद्रों पर परीक्षा दी, दोनों की तरफ से प्रश्नों के उत्तर देने की संख्या लगभग समान रही है। हालांकि छात्रों का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट ज़मीनी सच्चाई को नहीं दिखा रही, क्योंकि तकनीकी दिक्कतों के बावजूद छात्र पेपर करने की कोशिश तो करेंगे ही, लेकिन वो मनोस्थिति और वातावरण वैसा नहीं रहता, जैसा होना चाहिए।
क्या 14 जून को रिजल्ट रुकेगा?
अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि हाईकोर्ट इस मामले में क्या निर्णय देता है। यदि कोर्ट छात्रों के पक्ष में निर्णय देता है तो 14 जून को जारी होने वाला NEET UG 2024 का रिजल्ट टल सकता है। चूंकि मामला अब डबल बेंच में गया है, इसलिए अंतिम आदेश इसी से आएगा। अगर कोर्ट ने स्टे लगाया, तो देशभर के लाखों छात्रों को और इंतजार करना पड़ सकता है।
NEET UG परीक्षा लाखों छात्रों के भविष्य का सवाल है, ऐसे में किसी भी प्रकार की तकनीकी लापरवाही को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। वहीं दूसरी ओर, जिन छात्रों की परीक्षा प्रभावित नहीं हुई, उनका भी समय और भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता। हाईकोर्ट का फैसला इस मामले में संतुलन बना पाने में कितना कारगर होगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
Disclaimer
यह लेख समाचार स्रोतों और कोर्ट की सुनवाई पर आधारित है, जिसका उद्देश्य पाठकों को मौजूदा स्थिति की जानकारी देना है। इसमें दी गई जानकारी आधिकारिक आदेश आने के बाद बदल सकती है। किसी भी निर्णय या कार्रवाई के लिए आधिकारिक सूचना का इंतज़ार करना ज़रूरी है।