Gold Rate – सोने के दामों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। हाल ही में कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सोना जल्द ही 85 हजार रुपये प्रति दस ग्राम से भी नीचे आ सकता है। अगर आप भी सोने में निवेश करने वाले हैं या पहले से कर चुके हैं तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। सोने के दामों में गिरावट की संभावना क्यों बढ़ रही है और यह कब तक हो सकती है, आइए पूरी बात समझते हैं।
इस साल सोने ने दिया है जबरदस्त रिटर्न
इस साल सोने ने निवेशकों को काफी खुश किया है। जहां दुनियाभर के बाजारों में गिरावट देखने को मिली, वहीं सोने ने 33 फीसदी तक का रिटर्न दिया। साल की शुरुआत में सोने के दाम लगभग 76 हजार रुपये से शुरू हुए और फिर तेजी से बढ़ते हुए 1 लाख के पार पहुंच गए। खासकर अप्रैल में सोने के दाम इंटरनेशनल मार्केट में 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गए थे, जो एक रिकॉर्ड था। इस कारण कई निवेशकों ने सोने में अच्छा मुनाफा कमाया।
अभी हाल ही में सोने के दाम क्या हैं?
5 जून को एमसीएक्स पर सोने के दाम 97,220 रुपये प्रति दस ग्राम रिकॉर्ड किए गए। यह पिछले दिन की तुलना में थोड़े कम थे। सोना दिनभर 97,380 रुपये तक भी पहुंचा, लेकिन कुल मिलाकर इसकी कीमत में हल्की गिरावट देखने को मिली। इस समय सोना लगभग 97 हजार के आसपास ही ट्रेड कर रहा है।
सोने के दामों में बड़ी गिरावट की संभावना
क्वांट म्यूचुअल फंड की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दो महीनों में सोने के दामों में 12 से 15 फीसदी तक की गिरावट हो सकती है। अगर यह सच हुआ, तो सोने के दाम 85 हजार रुपये प्रति दस ग्राम से भी नीचे आ जाएंगे। यह गिरावट खासतौर पर डॉलर के मुकाबले सोने के दामों में आने वाली कमी के कारण होगी। भारतीय मुद्रा के लिहाज से देखें तो यह करीब 12 हजार रुपये तक की कटौती हो सकती है, जो निवेशकों के लिए चिंता की बात हो सकती है।
सोने के दाम क्यों गिरेंगे?
एक्सपर्ट राहुल सोनी के अनुसार, बाजार में अनिश्चितता का माहौल धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। पहले जो टैरिफ और व्यापारिक तनाव थे, वे अब कम होते नजर आ रहे हैं। जब बाजार में अनिश्चितता कम होती है तो निवेशक सोने जैसी सुरक्षित वस्तुओं से अपना पैसा निकालने लगते हैं, जिससे सोने की कीमतें नीचे आती हैं। इसके अलावा अगर एक बार सोने के दाम गिरने लगते हैं, तो निवेशकों में मुनाफावसूलने की होड़ लग सकती है, जिससे गिरावट और तेज हो सकती है।
मीडियम और लॉन्ग टर्म outlook
जहां निकट भविष्य में सोने के दामों में गिरावट की बात हो रही है, वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि मीडियम और लॉन्ग टर्म में सोने का outlook पॉजिटिव ही रहेगा। अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। लंबे समय के लिए सोने में निवेश करना निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकता है, खासकर आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर में।
सोना खरीदने या बेचने वाले निवेशकों के लिए सुझाव
अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो फिलहाल थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार, सोने के दाम अगले कुछ महीनों में नीचे आ सकते हैं। ऐसे में इंतजार करना और कीमतों के गिरने का फायदा उठाना बेहतर रहेगा। वहीं जो निवेशक पहले से सोने में निवेशित हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि लंबी अवधि में सोने का मूल्य बढ़ने की संभावना बनी रहती है।
इस साल सोने ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है, लेकिन अब इसके दामों में गिरावट की संभावना है। आने वाले दो महीनों में सोना 85 हजार से नीचे आ सकता है, जो निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। गिरावट के पीछे बाजार में अनिश्चितता कम होना और निवेशकों का मुनाफावसूलना मुख्य कारण हैं। हालांकि, मीडियम और लॉन्ग टर्म में सोना निवेश के लिए फायदेमंद ही रहेगा।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। निवेश से जुड़े निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं और भविष्य की कीमतों की गारंटी नहीं दी जा सकती। किसी भी वित्तीय निवेश में जोखिम शामिल होता है।