Gold Rate – इस साल सोने की कीमतों ने जो रफ्तार पकड़ी है, उसने सबको चौंका दिया है। जितनी तेजी से रेट बढ़ रहे हैं, वो न सिर्फ निवेशकों को फायदा पहुंचा रहे हैं बल्कि आम लोगों की जेब पर भी भारी पड़ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जुलाई और अगस्त में सोने की कीमतें एक बार फिर आसमान छू सकती हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले समय में सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर सकता है। यानी जिन लोगों ने पहले निवेश कर लिया था, उनके लिए तो ये जबरदस्त मुनाफे का सौदा बन गया है, लेकिन जो लोग अब खरीदारी का सोच रहे हैं, उनके लिए दाम काफी भारी पड़ सकते हैं।
अब तक सोने ने रच दिया है इतिहास
इस साल सोने ने करीब 30% का शानदार रिटर्न दिया है। अप्रैल के महीने में सोना पहली बार ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार गया और ये दिन देश के सर्राफा बाजार में ऐतिहासिक बन गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोना ₹99,358 तक पहुंच गया था। इतनी बड़ी छलांग ने सोने को निवेश की दुनिया का हीरो बना दिया है। पहले लोग शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड्स जैसे ऑप्शन्स की तरफ देखते थे, लेकिन अब गोल्ड ने भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करवाई है।
कीमतों में उछाल की वजह क्या है?
सोने की बढ़ती कीमतों के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ी वजह है ग्लोबल इकोनॉमिक अनिश्चितता। दुनिया भर में चल रही महंगाई, ब्याज दरों में बदलाव, और राजनीतिक तनावों के चलते लोग अब सुरक्षित निवेश के रूप में गोल्ड को चुन रहे हैं। भू-राजनीतिक तनावों का भी सीधा असर दिख रहा है। इसके अलावा अमेरिका की ट्रेड पॉलिसी, डॉलर की चाल और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव भी गोल्ड प्राइस को प्रभावित कर रहे हैं। जब भी बाजार में डर का माहौल होता है, लोग सबसे पहले सोने की तरफ भागते हैं, क्योंकि ये उन्हें सुरक्षित महसूस कराता है।
आम आदमी की जेब पर बोझ
जहां निवेशकों के लिए ये फायदे की बात है, वहीं आम आदमी के लिए सोना अब एक सपना बनता जा रहा है। पहले जहां त्योहारों और शादियों के वक्त लोग आराम से सोना खरीद लेते थे, अब एक-एक ग्राम जोड़ना भी मुश्किल हो गया है। फिलहाल बाजार में 10 ग्राम सोने का भाव ₹96,000 से ऊपर चल रहा है, जो एक मिडिल क्लास फैमिली के बजट से बाहर है। कई छोटे दुकानदार और सर्राफा कारोबारी भी इस महंगाई से परेशान हैं क्योंकि खरीदारों की संख्या लगातार घट रही है।
निवेशक और ग्राहक – दो अलग तस्वीरें
सोने के बाजार में दो तरह के लोग हैं – एक वो जो निवेश के मकसद से खरीदते हैं, और दूसरे वो जो ज्वेलरी बनवाने के लिए खरीदते हैं। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही ग्रुप की स्थिति इस बार थोड़ी अजीब है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 16 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि साल की पहली तिमाही में ज्वेलरी की खरीदारी 25% तक गिर गई है। वहीं निवेशकों द्वारा किया गया गोल्ड इन्वेस्टमेंट भी थोड़ा कम हुआ है, लेकिन फिर भी ये पिछले 10 साल का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। इससे साफ है कि बाजार में भाव बढ़ने के बावजूद खरीदारी दो हिस्सों में बंटी हुई है।
MCX पर सोने की चाल
4 जून के दिन MCX पर सोने का रेट ₹96,700 से ₹97,091 के बीच रहा। दोपहर के वक्त सोना ₹97,069 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले दिन से ₹544 अधिक था। इससे पता चलता है कि हर दिन सोने में तेजी देखी जा रही है। एक दिन में 500 रुपये तक की बढ़त कोई छोटी बात नहीं है और इससे ये भी स्पष्ट हो जाता है कि बाजार में कितनी हलचल है।
पिछले वर्षों का ट्रैक रिकॉर्ड
अगर पिछले कुछ सालों पर नजर डालें तो गोल्ड ने इनवेस्टर्स को बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। पिछले 11 सालों में से 8 सालों में सोना पॉजिटिव रिटर्न दे चुका है। खासकर पिछले चार सालों में इसकी कीमतें दोगुनी हो गई हैं। यानी जिन्होंने पहले निवेश किया, उन्हें अब दोगुना फायदा मिला। इस ट्रैक रिकॉर्ड की वजह से भी लोग अब इसे एक भरोसेमंद निवेश मानने लगे हैं।
जुलाई और अगस्त में क्या होगा?
सोने के जानकार विजय वर्मा का कहना है कि जुलाई और अगस्त में सोने की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। उनका मानना है कि अमेरिका की पॉलिसी में कुछ बदलाव और टैरिफ हटने की संभावनाओं की वजह से बाजार में फिर उछाल आ सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि जुलाई तक सोना फिर ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है और यह तेजी फिलहाल रुकने वाली नहीं है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आगे चलकर और भी तेजी आने के संकेत मिल रहे हैं।
क्या करना चाहिए खरीदारों को?
इस स्थिति में आम खरीदारों को बहुत सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत है। अगर आप सिर्फ ज्वेलरी के लिए सोना खरीदना चाह रहे हैं, तो किसी बड़ी गिरावट का इंतजार करना समझदारी होगी। लेकिन अगर आप इसे निवेश के रूप में देख रहे हैं, तो थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना बेहतर रहेगा। एकमुश्त बड़ी रकम लगाने की बजाय SIP की तरह गोल्ड में इन्वेस्ट करना आज के समय में ज्यादा सुरक्षित तरीका हो सकता है।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी बात निवेश सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। सोने की कीमतें बाजार की स्थिति पर निर्भर करती हैं और इनमें उतार-चढ़ाव संभव है। किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें, क्योंकि बाजार में जोखिम हमेशा बना रहता है।